क्रिया
| किसी के विरुद्ध किसी से ऐसी बातें चोरी से कहना कि वे बातें उसके मन में बैठ जाएँ:"पड़ोसन सास व बहू दोनों के कान भरती है"
| | तेज़ आवाज़ के कारण कानों को बहुत कष्ट होना:"भोंपू की आवाज़ से कान फट रहे हैं" पर्याय: कान फटना, कान का पर्दा फटना, कान का परदा फटना,
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